BHMS कोर्स कैसे करें?
BHMS course details in Hindi: हमारे देश में बहुत से युवा डॉक्टर बनना चाहते हैं। लेकिन डॉक्टर बनने के लिए वो कौन सा कोर्स करें, साथ ही उससे उन्हें क्या फायदा होगा। इस बारे में अक्सर जानकारी नहीं रहती है। जिससे कई बार वो गलत दिशा चुन लेते हैं। आपको इसी गलत दिशा से बचाने के लिए आज हम आपको होम्योपैथी से जुड़ा एक कोर्स बताने जा रहे हैं। जिसका नाम है BHMS
ऐसे में यदि आप भी जानना चाहते हैं कि BHMS course details in Hindi तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको इस कोर्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे। जिसे जानने के बाद आप आसानी से इस कोर्स को कर सकते हैं। साथ ही इस कोर्स में भविष्य की संभावनाओं के बारे में भी जान सकेंगे।
BHMS क्या होता है?
BHMS course details in Hindi के बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको बताएं कि यह क्या होता है। दरअसल, यह भी एक तरह का कोर्स होता है जो कि देश के तमाम बड़े बड़े मेडिकल कॉलेजों में करवाया जाता है।
इसे करने के बाद कोई भी इंसान अपने नाम के आगे डॉक्टर लगा सकता है। साथ ही वो किसी भी अस्पताल में नौकरी भी कर सकता है। यदि हम BHMS Full Form Bechelor of Homeopathic and Surgery इससे आप समझ गए होंगे कि यह एक होम्योपैथी से जुड़ा कोर्स है।
BHMS कोर्स कौन कर सकता है?
BHMS kya hota hai अब आपने यह समझ लिया तो अब आपको हम ये जानकारी दें कि इस कोर्स को कौन कर सकता है। तो हम आपको बता दें इस कोर्स को हर वो युवा कर सकता है जो कि इसे करने की योग्यता पूरी रखता है।
लेकिन केवल योग्यता पूरी करना इस कोर्स के लिए काफी नहीं है। इस कोर्स को करने के लिए हर साल की कई लाख रूपए फीस लगती है। साथ ही इस कोर्स को करने के लिए आपको काफी ज्यादा मेहनत भी करनी पड़ती है। इसलिए जरूरी है कि आप इन सभी चीजों पर खरे उतरते हों तभी इस कोर्स को करने के लिए विचार करें। क्योंकि बिना इच्छा के यदि आप ये कोर्स कर भी लेंगे तो भी आप सफल नहीं होंगे।
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BHMS कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी
आइए आगे हम आपको BHMS course details in Hindi के बारे में सबकुछ बताते हैं। जिसके अंदर कोर्स की योग्यता, फीस, कॉलेज और रोजगार की संभावनाएं शामिल होंगी। इसलिए यदि आप ये कोर्स करना चाहते हैं तो आपको सभी जानकारी अंत तक पढ़नी चाहिए।
कोर्स की योग्यता
क्योंकि यह कोर्स डॉक्टर लाइन से जुड़ा है। इसलिए आपको इस कोर्स को करने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि आप बारहंवी पास हों। साथ ही आपके पास विषय के तौर पर PCM (Physics, Chemistry, Biology) भी होनी जरूरी है। इसके अलावा आपके कम से कम 50 प्रतिशत न्यूनतम अंक भी होने चाहिए। साथ ही आपकी आयु 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। इसके बिना आप BHMS (Bechelor of Homeopathic and Surgery) में दाखिला नहीं ले सकते हैं।
कोर्स की अवधि
BHMS course details in Hindi में यदि हम कोर्स की अवधि की बात करें तो यह कोर्स 5.5 साल का होता है। जिसके अंदर आपको 4.4 साल पढ़ाई करनी होती है। इसके अलावा जो अंत का एक वर्ष होता है उसमें ट्रेनिंग (Training) करनी होती है। जिस दौरान आपको काम सीखने का अवसर तो मिलता ही है। साथ ही कुछ पैसे भी दिए जाते हैं। जिससे आपको आगे चलकर आसानी से नौकरी मिल जाती है। इसलिए इस ट्रेनिंग को आप अवश्य पूरी करें।
BHMS Subject List
आइए आगे हम आपको इस कोर्स के विषय की जानकारी देते हैं। जो कि हर साल के आधार पर होगी। आप जब इस कोर्स में दाखिला लेंगे तो आप इसे अपने विषय के तौर पर प्रत्येक साल के अंदर देख सकेंगे। यदि आप इसका पूरा सेलेब्स जानना चाहते हैं तो आप इस कोर्स का पूरा सेलेब्स इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं।
1st year Subject List
- होम्योपैथिक के सिद्धांत (Principles of Homoeopathic)
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका (Homoeopathic Materia Medica)
- होम्योपैथिक फार्मेसी (Homoeopathic Pharmacy)
- एनाटॉमी, हिस्टोलॉजी (Anatomy, Histology)
- बायोकेमिस्ट्री, फिकोलॉजी (Biochemistry, Phycology)
- दर्शन और मनोविज्ञान, चिकित्सा (Philosophy and Psychology, medicine)
2nd year Subject List
- प्रसूति एवं स्त्री रोग शिशु देखभाल (Obstetrics & Gynaecology Infant care)
- फोरेंसिक मेडिसिन और विष विज्ञान (Forensic Medicine and Toxicology)
- ईएनटी, नेत्र, दंत चिकित्सा, और होम्यो चिकित्सा सहित सर्जरी M (Surgery including ENT, Eye, Dental, & Homoeo therapeutics)
- पैथोलॉजी ऑफ माइक्रोबायोलॉजी (Pathology of Microbiology)
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका (Homoeopathic Materia Medica)
3rd year Subject List
- चिकित्सा और होमियो चिकित्सीय का अभ्यास (The practice of Medicine & Homoeo therapeutics)
- चिकित्सा का अंग (Organon of Medicine)
- ईएनटी, नेत्र, दंत चिकित्सा, और होम्यो चिकित्सा सहित सर्जरी (Surgery including ENT, Eye, Dental, & Homoeotherapeutics)
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका (Homoeopathic Materia Medica)
- प्रसूति और स्त्री रोग शिशु देखभाल और होमियो। चिकित्साविधान (Obstetrics & Gynaecology Infant care & Homoeo. Therapeutics)
4th year Subject List
- सामुदायिक चिकित्सा (Community Medicine)
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका (Homoeopathic Materia Medica)
- चिकित्सा और होमियो चिकित्सीय का अभ्यास (The practice of Medicine & Homoeo therapeutics)
- प्रदर्शनों की सूची (Repertory)
- चिकित्सा का अंग (Organon of Medicine)
BHMS College List
आइए अब हम आपको BHMS से जुड़े कुछ कॉलेजों के नाम बताते हैं। जिनके अंदर आप दाखिला लेकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। हालांकि, किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आपको फीस के साथ एक टेस्ट भी देना होता है। जिसकी जानकारी हम आपको आगे देंगे। इसलिए आपका दाखिला कहां होगा ये पूरी तरह से आपके टेस्ट में आने वाले अंकों पर निर्भर करता है।
- Government Homoeopathic Medical College, Calicut
- National Institute of Homoeopathy, Kolkata
- Dr NTR University of Health Sciences, Vijayawada
- Gujarat Homoeopathic Medical College and Hospital, Baroda
- Bharati Vidyapeeth Homoeopathic Medical College, Pune
- Naiminath Homoeopathic Medical College Hospital and Research Centre, Agra
- Antarbharti Homoeopathic Medical College, Nagpur
- Gandhi Natha Rangaji Homoeopathic Medical College, Solapur
BHMS Admission Process
यदि हम BHMS (Bachelor of Homeopathic and Surgery) में दाखिला प्रक्रिया की बात करें तो इसके लिए हर साल दाखिला होता है। जिसके लिए आपको हमारे देश में एक नामी परीक्षा NEET देनी होती है। यदि आप इस परीक्षा को नहीं देना चाहते हैं, तो कुछ दूसरी परीक्षाएं भी आप दे सकते हैं। जिनके नाम हम आपको आगे बताएंगे। हालांकि, सभी परीक्षाओं का पैटर्न (Exam Pattern) लगभग एक समान होता है। इसलिए आपको हर परीक्षा में लगभग एक जैसी मेहतन करनी होगी।
Entrance Exam List
- NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा)
- PUCET (पंजाब यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
- BVPCET (भारती विद्यापीठ कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
- KEAM (केरल इंजीनियरिंग, कृषि और चिकित्सा)
- EAMCET (इंजीनियरिंग, कृषि और मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (तेलंगाना और आंध्र प्रदेश)
- EAMCET (इंजीनियरिंग, कृषि और मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (तेलंगाना और आंध्र प्रदेश)
कोर्स की फीस
यदि हम BHMS course details in Hindi में कोर्स की फीस की बात करें तो यह इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस कॉलेज में दाखिला लेते हैं। लेकिन यदि एक अंदाजा फीस की बात करें तो आपको इस कोर्स के लिए हर साल 2 से 3 लाख रूपए चुकाने होंगे। जबकि यदि आप किसी प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लेते हैं तो हर साल ये फीस 5 से 7 लाख रूपए तक जा सकती हैं।
इसलिए हमारा सुझाव यही रहेगा कि इस कोर्स की तरफ आप तभी जाएं जब आपके घरवाले कई लाख रूपए फीस चुका सकें। इसके अलावा आप हमेशा पहली पसंद के तौर पर सरकारी कॉलेज ही रखें। क्योंकि वहां आपको सीखने के लिए प्राइवेट कॉलेज से ज्यादा मिलेगा। साथ ही कई बार छात्रवृति की भी सहायता दी जाती है।
रोजगार की संभावनाएं
यदि हम BHMS कोर्स को पूरा करने के बाद आपके रोजगार की बात करें तो इसके बाद आपके सामने अनेको विकल्प मौजूद होते हैं। सबसे पहले आप अपने आसपास किसी होम्योपैथी अस्पताल में जाकर बतौर डॉक्टर नौकरी कर सकते हैं। जहां आपको मरीजों का इलाज करना होगा। ये नौकरी आपके काम को देखते हुए आसानी से मिल सकती है।
इसके अलावा यदि आप चाहें तो अपने घर के आसपास कोई छोटा सा Clinic भी खोल सकते हैं। जहां आपके आसपास के मरीज खुद आपके पास आ जाया करेंगे। हालांकि, इस काम में जरूरी है कि आपके इलाज से मरीजों को फायदा भी हो। अन्यथा यदि मरीजों को फायदा नहीं होगा तो जो मरीज आपके पास एक बार आएगा वो दोबारा नहीं आना चाहेगा। जिससे आपकी छवि खराब होगी।
इसके अलावा यदि आप चाहें तो सरकारी नौकरी भी कर सकते हैं। खास बात ये है कि इस क्षेत्र में सरकारी नौकरी आपको बहुत ही आसानी से मिल जाती है। यदि आप सरकारी नौकरी करते हैं तो आपकी तैनाती जिस सरकारी अस्पताल में होती है वहां जाकर मरीजों का इलाज करना होगा। जिसमें समय समय पर आपकी पदोन्नति (Promotion) भी होता रहेगा।
शुरूआती सैलरी
यदि आप BHMS कोर्स को पूरा करते हैं तो आपको शुरूआती सैलरी भी काफी अच्छी दी जाएगी। इसके लिए यदि आप कोर्स पूरा करने के बाद सीधे कोई प्राइवेट अस्पताल को पकड़ लेते हैं तो आपको वहां पर हर महीने 35 से 50 हजार रूपए मिल सकते हैं। आपका वेतन काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप जिस अस्पताल में नौकरी करते हैं वो किस तरह का है। साथ ही वहां रोजाना कितने मरीज आते हैं।
इसके अलावा यदि आप कोई सरकारी नौकरी करते हैं तो आपको उसका वेतन नियमानुसार दिया जाएगा। साथ ही कुछ अलग से सुविधाएं भी दी जाएंगी। जो कि फ्री होंगी। हालांकि, कई बार देखा गया है कि कुछ साल के अनुभव के बाद आपको प्राइवेट सेक्टर में ही सरकारी नौकरी से ज्यादा वेतन मिलने लगता है। जिससे अक्सर लोग सरकारी नौकरी कम करना पसंद करते हैं।
ध्यान रखने योग्य बातें
- क्योंकि यह कोर्स लगभग 6 साल का है। इसलिए कोर्स में दाखिला लेने से पहले आप अच्छे से विचार कर लें। ऐसा ना हो कि आपको बीच में कोर्स छोड़ना पड़े।
- आपको अपना कॉलेज चुनाव करते समय बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि आप कोर्स के बीच में अपना कॉलेज नहीं बदल सकते हैं।
- क्योंकि यह एक डॉक्टर का कोर्स है। इसलिए आपको अपनी भावनाएं और संवेदनाएं एक तरफ करके केवल इस बात पर फोकस करना होता है कि आप कैसे अपने क्षेत्र में अपना बेस्ट (Best) दे सकते हैं।
- यदि आप अपना अस्पताल खोलते हैं तो पहले अच्छे से विचार कर लें। क्योंकि अस्पताल खोलना और चलाना दोनों अलग चीज होती हैं।
- इस कोर्स के बाद आपका वेतन पूरे तरीके से इस बात पर निर्भर करता है कि आपको काम का कितना ज्ञान है। इसलिए कोर्स के दौरान कोशिश करें कि आप हर दिन कुछ नया सीखते रहें।
- यदि आप इस कोर्स की फीस नहीं चुका पाते हैं तो आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं। बैंक से लोन लेने का तरीका आप हमारी इस पोस्ट एजुकेशन लोन कैसे मिलता है को पढ़कर समझ सकते हैं।
- यदि आपके शहर में होम्योपैथी से जुड़ा अस्पताल नहीं है तो आपको चाहिए कि आप दूसरे शहर में जाकर भी नौकरी की जानकारी हासिल करें। इससे आपको आसानी से नौकरी मिल सकती है।
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Conclusion
आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि BHMS course details in Hindi क्या है। इसे जानने के बाद आप BHMS कोर्स आसानी से कर सकते हैं। साथ ही अपने लिए एक बेहतर भविष्य का रास्ता चुन सकते हैं। यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें। साथ ही इस लेख से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें। All In Hindi Team आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है।