इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बने?

Indian Army में डॉक्‍टर बनने का सही तरीका

Army Me Doctor Kaise Bane: हमारे देश का हर नागरिक अपने देश की सेना से बहुत प्‍यार करता है। हर नागरिक चाहता है कि वो अपने देश की सेना की किसी ना किसी तरह से मदद अवश्‍य करे। इसके लिए बहुत से लोग आर्मी भर्ती में भी शामिल होकर देश की सेना की मदद करते हैं। लेकिन यदि आप बतौर डॉक्‍टर आर्मी की सेवा करना चाहते हैं तो आज हम आपको इसकी जानकारी साझा करेंगे।

इसके लिए आप हमारे इस लेख को अंत तक पढिए। अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बने। इसके लिए क्‍या योग्यता होनी चाहिए। साथ ही आर्मी के साथ जुड़कर आपको क्‍या काम करना होगा।

भारतीय सेना में डॉक्‍टर क्‍या करते हैं?

इससे पहले कि आपको हम जानकारी दें कि इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बनें आपको बताते हैं कि यदि आप बतौर डॉक्‍टर भारतीय सेना में शामिल हो जाते हैं तो आपको क्‍या करना होगा। इसका जवाब ये है कि आज के समय हमारे पूरे देश में आर्मी से जुड़े अलग से अस्‍पताल होते हैं। इनके अंदर केवल आर्मी से जुड़े लोगों का ही इलाज होता है।

आपकी ड्यूटी भी इन्हीं अस्‍पतालों में लगाई जाएगी। आपको इनके अंदर आर्मी से जुड़े सैनिकों और उनके परिवारों का इलाज करना होगा। हालांकि, इन अस्‍पतालों में आम अस्‍पतालों के मुकाबले काफी ज्‍यादा काम होता है।

इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बने

इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बने?

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि यदि आप आगे चलकर आर्मी अस्‍पताल में डॉक्‍टर बनना चाहते हैं तो आप कैसे बन सकते हैं। इसके लिए आपको क्‍या पढ़ना होगा। साथ ही आपको आर्मी के किसी भी अस्‍पताल में नौकरी मिलने का क्‍या तरीका होगा।

12 वीं में कौन सी Stream लें?

इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बने इसे समझने के लिए यदि आप अभी अपने स्‍कूल की पढ़ाई पूरी कर रहे हैं तो आपको वहीं से सचेत हो जाना चाहिए। ताकि आपको आगे चलकर कम से कम परेशानी उठानी पड़े। इसमें आप सबसे पहला काम ये कीजिए कि आप हमेशा मेडिकल साइड (Medical Side) ही लीजिए। इसके अंदर भी आपको PCM (Physics, Chemistry. Biology) जरूर लेनी होगाी।

इसके बाद आपको इसके अंदर ज्‍यादा से ज्‍यादा नंबर लेने की कोशिश करनी होगी। ताकि आपको आगे चलकर किसी तरह की परेशानी ना आए। अन्‍यथा आपको आगे की परीक्षा और नौकरी में काफी ज्‍यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

12 वीं के बाद क्‍या करें?

जैसे ही आप बारहंवी पूरी कर लेते हैं तो आपको नीट (NEET) की परीक्षा देनी होती है। उसमें प्राप्‍त नंबरों के आधार पर आपको सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में दाखिला लेना होता है। ये एक आर्मी में डॉक्‍टर बनने के इच्‍छुक युवाओं के लिए सेना की तरफ से खोला गया मेडिकल कॉलेज है।

इसके अंदर दाखिला लेने के लिए आपका सबसे पहले नीट की परीक्षा के अंक देखे जाते हैं। इसके बाद आपका एक साक्षात्‍कार लिया जाता है। इसके बाद आपके दोनों के अंक जोड़कर फाइनल मेरिट तैयार की जाती है। इस कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आपको सबसे जरूरी है कि आप मेडिकल तौर पर पूरी तरह से फिट (Fit) हों। साथ ही आपकी आयु 22 वर्ष से अधिक ना हो। अन्‍यथा आपको यहां दाखिला नहीं दिया जाता है।

सीटों की संख्‍या

यदि हम इस कॉलेज में सीटों की संख्‍या की बात करें तो यहां MBBS की कुल 130 सीट मौजूद हैं। जिनमें 105 लड़कों के लिए हैं और 25 सीट लड़कियों के लिए है। आपको हर साल इसी तरह से दाखिला दिया जाता है।

कोर्स की अवधि

यदि आप इस कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला लेते हैं तो आपको इस कोर्स को पूरा करने में कुल 5.5 लगेगा जिसमें 4.5 आपको पढ़ना होगा। जबकि अंत का एक साल आपको ट्रेनिंग करनी होगी। इस दौरान आपको चुनाव करना होगा कि आप थल सेना, वायु सेना या जल सेना में से किसमें करना चाहते हैं। यहां ध्‍यान देने वाली बात ये है कि आप जिस सेना का चुनाव करते हैं। आपको आगे चलकर उसी में नौकरी भी दी जाएगी।

कोर्स की फीस

यदि हम आर्मी कॉलेज की फीस की बात करें तो यह दूसरे प्राइवेट कॉलेजों के मुकाबले काफी कम है। जहां आप किसी प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लेते हैं तो आपको हर साल 4 से 6 लाख रूपए देने होते हैं। तो वहींं आर्मी कॉलेज में महज 1 लाख रूपए तक ही सालाना देने होते हैं। जिसके अंदर आपको कई तरह की सुविधाएं भी दी जाती हैं। खास बात ये है कि आर्मी कॉलेज आपकी पढ़ाई और सुरक्षा के लिहाज से काफी सही माना जाता है। इसलिए इस कॉलेज का नाम लेना ही अपने आप गर्व की बात होती है।

रोजगार की संभावनाएं

यदि हम रोजगार की बात करें तो यदि आपका दाखिला इस कॉलेज में हो जाता है तो आपको रोजगार के लिए किसी भी तरह से भटकना नहीं होगा। क्‍यों‍कि आपका जब कोर्स पूरा हो जाता है तो आपको नौकरी भी सेना के अस्‍पताल में ही दे दी जाती है। खास बात ये है कि जब आप वहां दाखिला लेते हैं। तो आपसे उसी समय एक 30 लाख का बॉन्‍ड साइन करवा लिया जाता है। जो कि यदि आप कोर्स के बाद 7 साल की सेवाएं देते हो तो माफ हो जाता है।

बॉन्‍ड पॉलिसी क्‍या होती है?

यदि आप नहीं जानते कि बॉन्‍ड पॉलिसी क्‍या होती है। तो हम आपको बता दें कि यह एक तरह से आपके नाम पर बैंक से लोन लिया जाता है। जो कि तीस लाख रूपए का होता है। इसका मतलब ये होता हे कि यदि आपने आर्मी मेडिकल कॉलेज से अपनी पढ़ाई की तो उसके बाद आपको भारतीय सेना को कम से कम 7 साल अपनी सेवा देनी जरूरी होती है।

यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो वो तीस लाख रूपए आपको चुकाने होंगे। लेकिन यदि आप 7 साल तक भारतीय सेना को अपनी सेवाएं देते हो तो वो 30 लाख सरकार चुकाएगी। हालांकि, 7 साल बाद आप चाहें तो आर्मी अस्‍पताल से अपनी नौकरी छोड़ सकते हैं। इसके बाद आपसे किसी तरह का पैसा नहीं लिया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जाता है क्‍योंकि बहुत से लोग आर्मी मेडिकल कॉलेज में कम फीस में पढ़ने के बाद आगे चलकर प्राइवेट अस्‍पतालों में अपनी सेवाएं देने लगते हैं।

शुरूआती सैलरी

यदि आप कोर्स के बाद आपकी शुरूआती सैलरी की बात करें तो यह काफी ज्‍यादा होती है। तीनों सेनाओं में से आप किसी भी सेना से जुड़ते हैं तो आपको हर महीने कम से कम 1 लाख रूपए वेतन के रूप में दिया जाएगा। इसके अलावा आपको कुछ सुविधाएं भी अलग से दी जाएंगी। जो कि आमतौर पर सेना से जुड़े हर आदमी को दी जाती हैं।

सेना में डॉक्‍टर बनने का दूसरा तरीका

यदि आप इस तरीके से सेना में डॉक्‍टर नहीं बन पाते हैं तो आपके लिए सेना दूसरे अवसर भी देती है। क्‍योंकि यह प्रक्रिया बेहद लंबी हो जाती है। इसलिए यदि आपने डॉक्‍टर से जुड़ी पढ़ाई कर रखी है तो आपके लिए तीनों सेनाओं की तरफ से समय समय पर भर्ती निकाली जाती है। आपको उनके ऊपर नजर रखनी होगी। ये भर्ती शार्ट सर्विस कमीशन के जरिए निकाली जाती है।

जैसे ही सेना ही तरफ से कोई ऐसी भर्ती आती है। जिसके अंदर आपकी योग्यता मेल (Match) खाती है। तो आप उसके लिए आवेदन कर दीजिए। इसके बाद उसकी पूरी प्रक्रिया से आपको गुजरना होगा। यदि आपका उस प्रक्रिया में पास होते हैं तो आपको चयनित कर लिया जाएगा। जिसके बाद आप भारतीय सेना में बेहद ही कम समय में और बेहद आसानी से डॉक्‍टर बन सकते हैं। हालांकि, आर्मी की तरफ डॉक्‍टरों की भर्ती बेहद कम पदों पर ही निकाली जाती है। साथ ही यदि आप इस तरह से डॉक्‍टर बनते हैं तो आपको बेहद कम समय लिए रखा जाता है।

ध्‍यान रखने योग्य बातें

  • जब भी आप आर्मी मेडिकल में डॉक्‍टर बनने का सोचें तो इस बात को भी अच्‍छे से जान लें कि संभव है कि आपको किसी आपात स्‍थिति में 24 घंटे तक काम करना पड़ जाए। इसलिए खुद को मानसिक तौर पर तैयार करके ही आर्मी में डॉक्‍टर बनें।
  • आर्मी में किसी भी गलती की सजा काफी सख्‍त होती है। इसलिए काम के दौरान कोशिश करनी है कि आप किसी तरह की गलती ना करें।
  • ऐसा बहुत कम संभव होता है कि आपको इसके अंदर अपने घर के आसपास ही नौकरी मिले। इसलिए ये नौकरी आप तभी चुनें। जब आप घर से दूर जाकर भी काम कर सकते हों।
  • कई बार किसी हादसे या युद्ध आद‍ि में आपको विपरीत हालातों में जाकर भी अपना काम करना पड़ता है। इसलिए यदि आप इसमें सक्षम ना हों तो कभी भी आर्मी अस्‍पताल में डॉक्‍टर ना बनें।

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आर्मी में डॉक्‍टर बनने के फायदे

  • आर्मी में डॉक्‍टर बनने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको अपने देश की सेना में जाकर देश की सेवा करने का गौरव हासिल होता है।
  • यदि आप आर्मी में डॉक्‍टर बनते हैं तो आपके पूरे परिवार को आर्मी से जुड़ी कई सुविधाएं मुफ्त में दी जाती हैं। जो कि देश के आम लोगों को कभी नहीं मिलती हैं।
  • आर्मी से जुड़े अस्‍पताल आपको हर महीने अच्‍छा वेतन देते हैं। इसलिए आपको एक तरह से आर्थिक स्‍वतंत्रता भी मिलती है।
  • दूसरे अस्‍पतालों के मुकाबले आर्मी के अस्‍पतालों में काम करने और करवाने का तरीका काफी सही और नियमों वाला होता है। जिससे आपको काम के दौरान परेशानी नहीं होती है।
  • आर्मी के सख्‍त नियमों के चलते वहां हर कोई डॉक्‍टर नहीं बनना चाहता है। इसलिए यदि आप वहां आवेदन करते हैं तो आपको काफी आसानी से नौकरी मिल जाती है। बस आप उसकी योग्यता पूरी करते हों।
  • कई पदों पर आपको आर्मी की तरफ से घर और अन्‍य सुविधाएं भी दी जाती हैं। आपको उनका लाभ मुफ्त में दिया जाता है।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि इंडियन आर्मी में डॉक्टर कैसे बनें। इसे जानने के बाद आप आसानी से किसी भी आर्मी अस्‍पताल में डॉक्‍टर बन सकते हैं। आर्मी अस्‍पताल में डॉक्‍टर बनना थोड़ा कठिन और लंबा जरूर है। लेकिन यदि आपके अंदर सच में देश की सेना से जुड़कर उसकी सेवा करने का जुनून होगा तो आपको उससे कभी कोई नहीं रोक सकता है। बस आप कोशिश करते रहें।

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नमस्कार दोस्तों, मैं Deepak "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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