AI क्या होता है? | Artificial Intelligence ke janak कौन है?

Artificial Intelligence ke janak: मानव ने आज बहुत तरक्‍की कर ली है। ये तरक्‍की इस हद तक पहुंच चुकी है कि आज मानव ने बहुत सी मशीनें ऐसी भी बना दी हैं जो कि मानव के जैसा ही व्‍यवहार करती है। जिसे हम लोग Artificial Intelligence के नाम से जानते हैं।

ऐसे में यदि आप अभी तक नहीं जानते हैं कि Artificial Intelligence क्‍या है। Artificial Intelligence ke janak कौन हैं। इसके फायदे और नुकसान क्‍या है। तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको Artificial Intelligence से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे।

Artificial Intelligence क्‍या है?

आइए सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि Artificial Intelligence क्‍या है। यदि हम Artificial Intelligence की बात करें तो इसे हम लोग हिन्‍दी में ‘कृत्रिम बुद्धि’ कहते हैं। इसके अंदर एक मशीन जब मानव के जैसा व्‍यवहार करे तो उसे हम लोग Artificial Intelligence का नाम दे सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर हम लोग अपनी दिनचर्या में जो देखते हैं उसमें रोबोट और लैपटॉप और मोबाइल में आने वाली Alexa इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है। क्‍योंकि एलेक्‍सा हमारे साथ कुछ इसी तरह का व्‍यवहार करती है। जैसे कि वाकई वो एक इंसान की हो और उसके अंदर सचमुच का दिमाग हो। लेकिन सच में तो वो एक मशीन ही होती है।

Artificial intelligence क्या है

Artificial Intelligence ke janak

यदि हम Artificial Intelligence ke janak की बात करें तो Artificial Intelligence की खोज वैसे तो काफी पहले हो गई थी। लेकिन Artificial Intelligence को यदि हम एक स्‍वरूप में आने की बात करें तो यह साल 1970 में दिया गया है। इस साल के बाद से Artificial Intelligence का प्रयोग आम लोगों की दिनचर्या में बखूबी होने लगा था।

जबकि यदि हम इसके जनक की बात करें तो उनका नाम है  John Mc Carthy इन्होंने अपना दिमाग लगाया और मशीन को एक ऐसा रूप दे दिया। जिससे मशीन एक तरह से Artificial Intelligence की तरह काम करने लगी।

Artificial Intelligence के प्रकार

  • Purely Reactive (पूर्णता: प्रतिक्रियात्मक)
  • Limited Memory (सीमित स्मृति)
  • Brain Theory (मस्तिष्क सिद्धांत)
  • Self Concious (आत्म चेतन)

Artificial Intelligence के फायदे

  • Artificial Intelligence से होने वाला काम हमेशा निरंतर होता रहता है। उसको किसी तरह के आराम की आवश्‍यकता नहीं होती है।
  • क्‍योंकि Artificial Intelligence एक मशीन होती है। इसलिए उसमें जिस तरह से प्रोग्रामिंग कर दी जाएगी। वो उसी तरह से निरंतर काम करती रहेगी। इसलिए उससे कभी गलती नहीं हो सकती है।
  • आकाश में जब किसी खतरनाक जगह पर जाकर कोई खोज करनी होती है तो Artificial Intelligence सबसे ज्‍यादा मददगार सिद्ध होती है। क्‍योंकि इससे किसी की जान जाने का खतरा नहीं रहता है।
  • जमीन के अंदर कई बार खुदाई या खादान्‍नों में काम करना मानव के लिए जानलेवा हो सकता है। तो वहां पर Artificial Intelligence से काम करने वाले रोबोट बेहद मददगार सिद्ध होते हैं।
  • बड़ी बड़ी कंपनियों के अंदर Artificial Intelligence की मदद से काम भी तेजी से होता है और उसका खर्चा भी कम हो जाता है।
  • इंटरनेट ने जब से Artificial Intelligence की मदद से काम करना शुरू किया है। तब से वो आदमी के लिए एक सच्‍चे साथी की भ‍ूमिका में आ गया है।

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Artificial intelligence का प्रयोग कहां कहां होता है?

Artificial intelligence क्या है इसे अब आप समझ गए होंगे। लेकिन आज इसका कितना ज्‍यादा महत्‍व हो गया है। इसे समझने के लिए आपको एक बार हम Artificial intelligence का प्रयोग कहां कहां होता है। इसकी भी जानकारी देते हैं।

  • Artificial intelligence का प्रयोग आज के समय मैट्रो रेल, ड्राइवर लैस कार को चलाने और अन्‍य स्‍वचलित चीजों में किया जाता है।
  • Artificial intelligence की मदद से आप इंटरनेट पर जो कुछ बोलकर लिखते हैं। उसे तमाम भाषाओं में लिखने का काम किया जाता है।
  • Artificial intelligence की मदद से ही आप इंटरनेट पर गूगल और यूट्यूब लोगों के दिलों पर राज कर रहा है। क्‍यों‍कि यहां आप जो चीज तलाश रहे हैं। वो एक सेकिंड के छोटे से भाग में निकाल कर दिखा दी जाती है।
  • Artificial intelligence की मदद से ही आज के समय में जहाजों को Auto Piolet के मोड पर भी उड़ाया जा सकता है। वो भी बिना किसी खतरे के।
  • Artificial intelligence की वजह से आज बड़ी बड़ी मशीनें स्‍वत: ही काम करती है। बस इंसान उन्‍हें देखने का काम करता है। ताकि कुछ गलत हो जाए तो उसे सही किया जा सके।

Artificial Intelligence कैसे काम करती है?

आपके जहन में ये सवाल कई बार आया होगा कि आखिर Artificial Intelligence कैसे काम करती है। तो आइए अब हम आपको एक बच्‍चे के उदाहरण की मदद से इसे समझाते हैं। जिससे आप Artificial Intelligence के काम करने के तरीके को आसानी से समझ सकते हैं।

सबसे पहले Data Input किया जाता है

किसी भी Artificial Intelligence की मशीन में सबसे पहला काम जो होता है वो किसी भी मशीन के अंदर किसी तरह का डाटा फीड करना होता है। जिसमें इंजीनियर सबसे पहले मशीन के अंदर डाटा फीड करने का काम करते हैं। ताकि वो आगे उसी तरह से काम कर सके।

उदाहरण

Artificial intelligence क्या है को समझने के लिए यदि आपके घर में एक बच्‍चा है तो आप उसे जूते में फीता बांधना सिखा दीजिए। इसके लिए आप उसे हर रोज एक बार बताइए कि आपको जूते के फीते कैसे बांधने हैं। इसके बाद आप देखेंगे कि वो बच्‍चा कुछ दिनों बाद यदि आप उसे कहेंगे कि आज आप खुद से जूते का फीता बांधकर दिखाओ तो आपको उसी तरह से अपने फीते बांधकर दिखा देगा। लेकिन फिलहाल वो केवल फीते बांध ही सकता है।

सोचने की क्षमता विकसित की जाती है

इसके बाद यदि हम Artificial intelligence क्या है को और ज्‍यादा समझने की कोशिश करें तो दूसरा चरण ये होता है कि मशीन के अंदर सोचने समझने की क्षमता विकसित की जाती है। जिससे वो ये देख सके कि उसके द्वारा काम जो किया गया है, वो वाकई सही हुआ है या नहीं। अगर गलत हुआ है तो उसका कारण तलाशने की कोशिश करे।

उदाहरण

उदाहरण में हमने ऊपर जिस बच्‍चे को जूते में फीता बांधना सिखाया था। अब वो फीता बांधना सीख तो गया है। लेकिन से अब भी ये नहीं पता है कि फीते को हर बार कितना टाइट करना है। फीते को टाइ‍ट कितना करना है इस बात का पता कैसे चलेगा।

इसके लिए आप उस बच्‍चे को सिखाएंगे कि फीते को आपने इतना टाइट करना है कि आपका पैर उससे बाहर ना निकल सके। साथ ही जूता अगर आप हिलाकर देखेंगे तो आपको इतना हिलता जूता दिखाई देगा। बस इसके बाद वो जब भी जूता पहनेगा तो पहनने के बाद वो हर बार जूता हिला डुलाकर देख लेगा कि जूता कितना टाइट हुआ है। इससे वो ये भी समझ सकता है कि हां अब फीता ही बंध चुका है।

समस्‍या के समाधान की क्षमता विकसित की जाती है

सबसे अंत में Artificial intelligence के अंदर यदि किसी तरह की समस्‍या आ जाती है तो उसका समाधान करने की क्षमता विकसित की जाती है। इससे अगर काम में किसी तरह की समस्‍या आ जाती है तो वो उसे खुद से ही सही भी कर सकती है। लेकिन Artificial intelligence  में जितनी समस्‍याओं के समाधान विकसित करेंगे उतने ही कर सकेगी।

उदाहरण

इसमें आप बच्‍चे को ये बताएंगे कि कभी अगर फीते छोटे बड़े आ जाएं तो उन्‍हें कैसे बराबर किया जा सकता है। अगर फीते कुछ छेदों में ना डले हों तो उसे कैसे डाला जा सकता है। इसके अलावा यदि फीते को निकालकर दोबारा डालना पड़ जाए तो कैसे दोबारा से डाल सकते हैं। इसी तरह से मशीन के अंदर भी पहले कुछ समस्‍याएं बनाई जाती है। इसके बाद उनका समाधान किया जाता है।

लेकिन यहीं आपको Artificial intelligence और मानव के दिमाग में फर्क समझने की जरूरत है। आपका बच्‍चा संभव है कि यदि उसका फीता कभी टूट जाए तो उसे दोबारा से जुगाड़ लगाकर जोड़ दे। लेकिन मशीन ये काम कभी नहीं करेगी। वो तो बस उसी तरह से बांधती ही जाएगी। या फिर काम करना ही बंद कर देगी।

Artificial intelligence का प्रयोग इंटरनेट में कैसे होता है?

AI क्या होता है इसका सबसे बेहतरीन उहाहरण आप जिस इंटरनेट पर हमारा ये लेख पढ़ रहे हैं वही है। सोचिए जब आपने गूगल पर Artificial intelligence भरा होगा तो उसे भला क्‍या पता है कि आप क्‍या तलाश कर रहे हैं। लेकिन उसने एक झटके में आपके सामने इंटरनेट पर हमारा लेख खोल दिया। क्योंकि उसे पता है कि आपके सवाल का जवाब इसी लेख में छुपा है। इसके लिए हमने आर्टिकल के बीच बीच में Keyword का प्रयोग किया है। जिससे उसे आपने जो लिखकर तलाशा और हमारा Key word एक जैसा लगा और उसने हमारा लेख खोल दिया।

इसी तरह से इंटरनेट पर आने वाले विज्ञापन भी होते हैं। आप अगर यूट्यूब पर एक बार लोन से जुड़ा वीडियो देख लीजिए तो आपके सामने अनेकों लोन से जुड़े वीडियो आने लगेंगे। मतलब कि उस Artificial intelligence को पता लग गया कि आप लोन से जुड़ी चीजें देख रहे हैं। इसलिए आपको लोन देने वाले विज्ञापन ही दिखाए जाएं।

Artificial intelligence के नुकसान

Artificial intelligence क्या है इसे अब आप अच्‍छे से समझ गए होंगे। लेकिन अबतक आपको इसके नुकसान नहीं समझ आए होंगे। लेकिन इसके हमारे समाज में अनेकों नुकसान देखने को मिलते हैं। आइए Artificial intelligence के नुकसान की भी आपको जानकारी देते हैं।

  • Artificial intelligence का पहला नुकसान ये है कि इसके अंदर खुद से सोचने समझने की क्षमता नहीं होती है। केवल इंसान जो Feed कर देगा, वहीं तक ये सोच सकती है।
  • कभी भी Artificial intelligence के सहारे ही किसी काम को नहीं छोड़ा जा सकता है। इसलिए आपने देखा होगा कि जो मशीने स्‍वत: भी काम करती हैं। उनके पास भी देखने के लिए एक आदमी बैठाना पड़ता है।
  • Artificial intelligence के आ जाने से बेरोजगारी बढ़ने के आसार हैं। क्‍योंकि जब इंसानों का काम मशीनें बिना रूके कर देंगी, तो भला इंसान को कौन रखना चाहेगा।
  • यह तकनीक आज भी बहुत महंगी और इसका रखरखाव बेहद कठिन है। इसलिए इसे आम लोगों के लिए प्रयोग करना संभव नहीं है।
  • Artificial Intelligence के चलते कई बार कार हादसे या प्‍लेन हादसे हो चुके हैं। जिनसे कई सौ लोगों की जान चली गई थी। क्‍योंकि Artificial Intelligence सही से चीजों को समझ नहीं पाई थी।
  • Artificial Intelligence के आ जाने से इंटरनेट पर Spam काफी ज्‍यादा बढ़ चुके हैं। इसे रोकने के लिए Capcha का प्रयोग किया जाता है।
  • Artificial intelligence से हुए किसी तरह के गलत और उससे होने वाले नुकसान की भरपाई किसी भी तरह से संभव नहीं है। साथ ही उसे इंसानों की तरह उसे दंड भी नहीं दिया जा सकता है।

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Artificial Intelligence क्‍या होती है?

Artificial Intelligence एक ऐसी तकनीक होती है जो कि मशीन होते हुए भी इंसान की तरह की सोच समझकर काम करती है।

Artificial Intelligence का प्रयोग कहां कहा होता है?

इसका प्रयोग हर उस चीज में होता है जो कि खुद से चलती है। चाहे वो इंटरनेट हो, प्‍लेन हो या घरेलू काम में आने वाली चीज हो।

Artificial Intelligence की खोज कब और किसने की थी?

Artificial Intelligence की खोज साल 1970 में हुई थी। जबकि इसकी खोज करने वाले वैज्ञानिक का नाम  John McCarthy था।

 Artificial Intelligence का सबसे बड़ा नुकसान क्‍या है?

Artificial Intelligence का सबसे बड़ा नुकसान यही है कि मशीन केवल तभी तक सही से काम कर सकती है जबतक सभी चीजें सही से चल रही हों। लेकिन यदि उसमें Feed Data से एक भी चीज इधर से उधर हुई तो वो उसी समय काम करना बंद कर देगी। जबकि इंसान यहां अपने दिमाग से चीज को संभाल लेगा।

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि Artificial intelligence क्या है। Artificial Intelligence ke janak कौन हैं। इसे जानने के बाद आप समझ सकते हैं कि आने वाले कुछ सालों में किसी तरह से पूरी दुनिया में Artificial Intelligence का महत्‍व बढ़ने वाला है या यूं कहें कि जो काम आज इंसान कर रहा है वो खुद मशीनें ही करेंगी। इतनी सब जानकारी के बाद भी यदि AI क्या होता है इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें। हम आपके सवाल का जवाब अवश्‍य देंगे।

नमस्कार दोस्तों, मैं Deepak "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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