AIIMS में दाखिला कैसे लें?
AIIMS me admission kaise le: हम में से ज्यादातर छात्र बड़े होकर डॉक्टर ही बनना चाहते हैं। भले ही वो देश के किसी भी इलाके से क्यों ना आता हो। पर उसके जहन में कभी ना कभी एम्स की बात जरूर आई होगी। इसके पीछे एम्स का महत्व, एम्स में मौजूद तकनीक और एम्स के संसाधान हैं। जो कि हर छात्र को वहां आने के लिए मजबूर कर देते हैं।
ऐसे में यदि आप भी जानना चाहते हैं कि एम्स क्या है। एम्स में दाखिला कैसे होता है। इसके अंदर कौन कौन से कोर्स होते हैं। तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि AIIMS me admission kaise le
AIIMS क्या है?
AIIMS me admission kaise le इस बात की आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको बताते हैं कि AIIMS क्या है। दरअसल, एम्स (All india Institute Of Medical Science) भारत का सबसे बड़ा मेडिकल संस्थान है। जिसकी कल्पना जवाहरलाल नेहरू के समय की गई थी। इसके बनने की शुरूआत साल 1952 में हुई थी। जबकि साल 1956 में ये बनकर तैयार हो गया था। यदि आज के समय की बात करें तो यह भारत के कुछ राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों में एम्स स्थित है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि भारत के हर राज्य में एक एम्स होना चाहिए। जिसमें उच्च गुणवत्ता की सारी चीजें मौजूद हों। जिनसे मरीजों का इलाज तो हो ही, साथ ही आने वाली युवा पीढ़ी कुछ सीख कर खुद को नई ऊंचाई पर ले जा सके।
एम्स में दाखिला कौन ले सकता है?
एम्स में दाखिला कौन ले सकता है। ये सवाल आपके जहन में भी आया होगा। तो इसका जवाब ये है कि हर वो छात्र जो मेहनती है। अपने जीवन में कुछ अच्छा बनकर लोगों के सामने उदाहरण पेश करना चाहता है। वो एम्स में दाखिला ले सकता है। बस उसके पास बारहंवी में मेंडिकल साइड (Medical Side) के साथ PCM (Physics, Chemistry, Biology) हो।
हर संस्थान में दाखिला लेने की एक प्रक्रिया होती है। जिससे हर छात्र को गुजरना होता है। यदि वो उस प्रक्रिया को पास करता है। तो उसका दाखिला एम्स में हो जाता है। हालांकि, एम्स में दाखिला लेने से पहले आपके मन में संकल्प और आपका एक लक्ष्य अवश्य होना चाहिए। तभी आप वहां से निकलकर कुछ बड़ा कर सकते हैं।
एम्स में दाखिला लेने के फायदे
- आपको कम फीस में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। जिसे सिखाने के लिए प्राइवेट कॉलेज लाखों रूपए सालाना लेते हैं।
- एम्स में पढ़ने का अपने आप में एक गौरव होता है। जिससे आपकी सामाजिक छवि काफी अच्छी बनती है।
- आपको एक बेहतर माहौल और नई तकनीकों को जानने और समझने का मौका मिलता है। जिससे आगे चलकर आपको आसानी से नौकरी मिलती है।
- यदि आप बेहद गरीब परिवार से हैं तो आपको छात्रवृति (Scholarship) की मदद भी दी जाती है। जो कि आपकी पढ़ाई में आर्थिक तौर पर मददगार सिद्ध होती है।
- एम्स का नाम लेने मात्र से आपको देश के किसी भी अस्पताल में आसानी से नौकरी मिल सकती है। क्योंकि वहां से पढ़ कर निकला हुआ हर बच्चा हीरे की तरह चमकता है।
- वहां से पढ़ने के बाद आपके विषय पर आपकी इतनी मजबूत पकड़ हो जाती है। जिससे आप यदि सरकारी सेवाओं में भी आना चाहें तो उसकी परीक्षा आसानी से पास कर सकते हैं।
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AIIMS me admission kaise le
आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि यदि आप एम्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो उसकी क्या प्रक्रिया रहेगी। साथ ही उसमें आप कैसे अपना आवेदन कर सकते हैं। यहां हम आपको एक बात और बता दें कि वर्तमान समय में भारत के हर राज्य में एम्स की स्थापना होने के करीब है। इसलिए हम आपको सभी एम्स की सामान्य जानकारी ही साझा करेंगे। इसके बाद आप जिस एम्स में दाखिला लेना चाहते हैं। उसकी वेबसाइट से उसकी पूरी जानकारी निकाल सकते हैं और दाखिला ले सकते हैं।
योग्यता
यदि हम एम्स में दाखिला लेने की योग्यता की बात करें तो यह बारहंवी पास से लेकर आप कितने भी पढ़ें हो साथ ही आपके बारहंवी में कम से कम 60 प्रतिशत अंक और PCM (Physics, Chemistry, Biology) भी हो। साथ ही आपकी आयु 17 साल पूरी हो चुकी हो। क्योंकि एम्स के अंदर लगभग डॉक्टर से जुड़ा हर कोर्स मौजूद है। जिसे आप अपनी योग्यता को देखकर पूरा कर सकते हैं। आगे हम आपको एम्स के अंदर होने वाले प्रमुख कोर्स की जानकारी भी आपको दे रहे हैं। लेकिन यदि आप एम्स की वेबसाइट पर जाते हैं। तो आपको इसके अलावा अनेकों कोर्स देखने को मिल जाएंगे।
आवेदन कैसे करें?
यदि हम एम्स में आवेदन की बात करें तो इसके लिए हर साल ऑनलाइन आवेदन मांगे जाते हैं। जिसे आप कहीं से भी भर सकते हैं। क्योंकि इसमें आपको अपने कागज जमा नहीं करवाने होते हैं। इसके लिए आप हमेशा एम्स की वेबसाइट को देखते रहें। जैसे ही वहां ऑनलाइन फॉर्म शुरू हों। आप उसी दिन अपना आवेदन भर दें। आमतौर पर ये फार्म बारहंवी के रिजल्ट के ठीक बाद निकलते हैं। यहां हम आपको एक और जानकारी दे दें कि एम्स में कोई भी फार्म भरने की फीस बहुत ज्यादा होती है। जो कि कई बार 2 हजार से लेकर 3 हजार तक चली जाती है। इसलिए फार्म आप केवल तभी भरें जब आपकी पूरी तैयारी हो।
एम्स में होने वाले प्रमुख कोर्स
आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि यदि आप एम्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो वहां से कौन कौन से कोर्स आप कर सकते हैं। जो आम तौर पर आपको सभी एम्स में मिल सकते हैं। इन कोर्स में दाखिला लेने की योग्यता आप इनकी वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। क्योंकि हर कोर्स की योग्यता अलग अलग होती है।
UG Course List
- AIIMS BSc Honors Nursing
- BSc Nursing Post Basic
- Bachelor in Optometry
- BSc MTR
- BSc Programme in Dental Specializations
PG Course List
- Cardiological
- CTVS Nursing
- Oncological Nursing
- Critical Care Nursing
- Neurosciences Nursing
- Nephrological Nursing
- Psychiatric Nursing
- Paediatrics Nursing
Entrance Exam
आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि यदि आप एम्स में आना चाहते हैं तो उसके लिए हर साल कौन कौन से एंट्रेंस एग्जाम लिए जाते हैं। जिन्हें देकर आप आप एम्स में आ सकते हैं। इसके अंदर सबसे बड़ा नाम नीट (NEET) परीक्षा का आता है। जो कि हर साल एम्स की तरफ से आयोजित की जाती है।
इसकी खास बात ये है कि यदि आप ये परीक्षा देना चाहते हैं तो फार्म भरते समय आपसे विकल्प पूछा जाएगा कि आपका नजदीकी सेंटर कौन सा पड़ता है। आपका परीक्षा सेंटर वहीं आएगा। आमतौर पर ये हर राज्य की राजधानी में होता है। इस परीक्षा का सेलेब्स बारहंवी के सेलेब्स में से होता है। जिसे आप इंटरनेट पर देख सकते हैं।
- National Eligibility cum Entrance Test (NEET)
नीट की तैयारी कैसे करें?
यदि आप नीट (NEET) की तैयारी करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इसका सेलेब्स देखकर इससे जुड़ी किताबें खरीदनी होगी। इसके बाद आपको कुछ पिछले सालों के प्रश्न पत्र खरीदने होंगे। वहां से आप देखिए कि आपका कौन सा विषय सबसे कमजोर है।
बस जो विषय आपका सबसे कमजोर है। आप उसी के ऊपर मेहतन कीजिए। इसके बाद आप मॉक टेस्ट देकर अपनी तैयारी की जांच कीजिए। जैसे ही आपको लगे कि आपकी तैयारी पूरी हो गई है। तो अंत में आप परीक्षा में बैठ जाइए।
Counselling Process
यदि आप अपना एंट्रेंस एग्जाम पास कर लेते हैं तो आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है। हालांकि, अब यह प्रक्रिया ऑनलाइन की पूरी कर ली जाती है। इसका मतलब ये है कि आपको आपकी रैंक (Rank) के हिसाब से आपको ये जानकारी दी जाती है कि आप देश के इस एम्स में दाखिला ले सकते हैं। यदि आपका नंबर एम्स में नहीं पड़ता है। तो कई दूसरे मेडिकल कॉलेज होते हैं। आपको वहां भी भेज दिया जाता है।
यदि आप उस एम्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो आप वहां जाकर अपने दस्तावेजों का सत्यापन और अपनी फीस जमा कर सकते हैं। जिसके बाद आपका दाखिला वहां पक्का हो जाता है। बस आपको अब सीधा अपनी कक्षाएं लगानी होती हैं।
फीस
यदि हम एम्स की फीस की बात करें तो यह वैसे तो ज्यादा है। लेकिन यदि सुविधाओं के हिसाब से बात करें तो यह काफी कम है। क्योंकि यहां से जब आप निकलते हैं तो एक सुनहरा भविष्य लेकर निकलते हैं। लेकिन यदि हम फीस की बात करें तो यहां दाखिला लेने के लिए आपको हर साल कम से कम 50 हजार से लेकर 1 लाख रूपए तक खर्च करने होंगे। भले ही आप किसी भी राज्य के एम्स में दाखिला क्यों ना ले रहे हों।
रोजगार की संभावनाएं
यदि हम रोजगार की बात करें तो एम्स से पढ़ने के बाद आपके सामने अनेकों संभावनाएं होती हैं। आप चाहें तो किसी प्राइवेट अस्पताल में जाकर काम कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो देश के किसी सरकारी अस्पताल का हिस्सा भी बन सकते हैं। इसके लिए आपको उसकी पूरी प्रक्रिया को पार करना होगा।
लेकिन ज्यादातर छात्र हमेशा प्राइवेट अस्पताल की तरफ ही रूख करते हैं। क्योंकि हर प्राइवेट अस्पताल वाला चाहता है कि उसके अस्पताल में यदि एम्स से निकले हुए डॉक्टर आएंगे तो लोगों का भरोसा बढ़ेगा। जिससे उसके अस्पताल का और ज्यादा नाम होगा।
विदेश में संभावनाएं
बहुत से छात्र भारत में पढ़ाई पूरी करने के बाद विदेश जाने का रास्ता भी चुन लेते हैं। क्योंकि वहां उन्हें भारत से ज्यादा वेतन और सुविधाएं दी जाती है। हालांकि, ऐसा करना सही नहीं होता है। क्योंकि यदि आपने हमारे देश की सुख सुविधाओं का लाभ उठाकर पढ़ाई की है। तो आपको अपने ही देश में रहकर सेवाएं देनी चाहिए। जिससे अपने देश की स्वास्थ्य सेवाओं को और ज्यादा बेहतर किया जा सकता है। लेकिन यदि आप चाहें तो एम्स में पढ़ाई के बाद विदेश जाने के रास्ते भी आपके लिए खुल जाते हैं।
कुछ जरूरी बातें
- ऐसा जरूरी नहीं है कि आपका दाखिला पहले ही साल हो जाए। इसलिए एम्स में दाखिला लेने के लिए जरूरी है कि आप कई साल तक प्रयास करते रहें।
- यदि आपको कोई कहता है कि आपका दाखिला एम्स में नहीं हो सकता है। तो उसकी बातों से निराश ना हों। क्योंकि मेहनत का फल अंत में मीठा की होता है।
- क्योंकि डॉक्टर की पढ़ाई पूरी तरह से अंग्रेजी में होती है। इसलिए जरूरी है कि आपकी अंग्रेजी काफी अच्छी हो। यदि नहीं है तो उसके ऊपर आप अभी से काम करना शुरू कर दें।
- यदि आपको कोई बीच का रास्ता अपनाकर परीक्षा पास करवाने की जानकारी देता है। तो उसकी बातों से दूर रहें। अक्सर ये लोग आपका पैसा हड़प कर गायब हो जाते हैं।
- जब आपका दाखिला एम्स में हो जाए तो वहां आप केवल पढ़ाई पर ध्यान दें। क्योंकि यदि आप एक मौका गवां देते हैं। तो फिर ये समय दोबारा नहीं मिलेगा।
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Conclusion
आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि AIIMS me admission kaise le इसे जानने के बाद आप आसानी से एम्स में दाखिला ले सकते हैं। हो सकता है कि आपको ये लेख पढ़कर ऐसा लगा हो कि एम्स में दाखिला लेने के लिए तो केवल एक परीक्षा ही पास करनी होती है। लेकिन सही मायने में ये परीक्षा कई बार हमारे लिए मील का पत्थर की तरह साबित हो जाती है। जिसे पास करने में सालों का समय लग जाता है।
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