Anganwadi me kya kya milta hai: हम में ज्यादातर लोग अपने बचपन के दिनों में सबसे पहले आंगनबाड़ी में ही पढ़ने गए होंगे। क्योंकि ग्रामीण इलाकों शिक्षा की शुरूआत आंगनबाड़ी से ही होती थी। इसके बाद वहां से पढ़कर स्कूल और कॉलेज में जाना होता है।
लेकिन यदि आप आंगनबाड़ी के बारे में नहीं जानते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको आंगनबाड़ी की सेवाएं, आंगनबाड़ी से मिलने वाले लाभ और आंगनबाड़ी में क्या-क्या मिलता है इन सभी चीजों की जानकारी देंगे। साथ ही बताएंगे कि आज के समय आंगनबाड़ी का महत्व कम क्यों हो रहा है।
आंगनबाड़ी केन्द्र क्या होता है?
आंगनबाड़ी की सेवाओं और लाभ के बारे में आपको जानकारी दें उससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी देते हैं कि आंगनबाड़ी क्या होती है। इसमें हम आपको बता दें कि आंगनबाड़ी की शुरूआत साल 1975 में एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के तौर पर की गई थी।
इसका मकसद ये था कि इसमें ग्रामीण परिवेश से आने वाले बच्चे जिनकी आयु 0 से 6 साल के बीच में है। वो पढ़ लिख सकें। साथ ही गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने और सुरक्षित रखने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना की गई थी। छोटे बच्चों को बेसिक शिक्षा और गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ रखने से जुड़ी इनकी सेवाएं आज भी हमारे पूरे देश में निरंतर जारी हैं। क्योंकि आंगनबाड़ी केन्द्र को राज्य सरकार और केन्द्र सरकार दोनों मिलकर चलाने का काम करती हैं। साथ ही इसकी सेवाओं पूरी तरह से फ्री होती हैं।
आंगनबाड़ी केन्द्र कहां खोला जाता है?
यदि हम आंगनबाड़ी को खोलने की बात करें तो यह सबसे ज्यादा ग्रामीण इलाकों में खोली जाती है। इसके बाद अर्ध शहरी और फिर शहरी इलाकों में खोली जाती है। आमतौर पर 400 से 800 जनसंख्या के इलाकों में आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना की जाती है। जिसमें छोटे बच्चे और उनकी माताएं नियमित तौर पर जा सकती हैं।
इनके अंदर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद होती हैं। जिन्हें हम लोग आशा कार्यकर्ता के रूप में जानते हैं। ये उस इलाके में हर रही महिलाओं को घर घर जाकर जागरूक करने और टीकाकरण करने के बारे में जागरूक करने का काम करती हैं।
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आंगनबाड़ी की सेवाएं?
यदि हम आंगनबाड़ी की सेवाएं की बात करें तो यह पूरी तरह से 0 से 6 साल के बच्चों और 15 से लेकर 45 साल की माताओं पर केंद्रित होती हैं। इसके अंदर माता और बच्चे के पोषण और टीकाकरण से जुड़ी जानकारी दी जाती है। ताकि कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार ना हो। इसके अंदर इनकी जांच करना और इन्हें जागरूक करने से जुड़ी चीजें शामिल होती हैं। इसके अलावा यदि गर्भवती महिलाओं को सरकार की तरफ से कोई मदद मिलने की संभावना हो तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उस लाभ को जरूरतमंद महिलाओं तक पहुंचाने का काम करती हैं।
आंगनबाड़ी से मिलने वाले लाभ
- 6 साल से कम के बच्चों का टीकाकरण करवाने के लिए प्रोत्साहित करना और उनके घर घर जाकर टीकारण करना।
- जो महिलाएं गर्भवती हैं उनके प्रसवपूर्व और प्रसव के बाद उनकी पूरी तरह से देखभाल करना।
- बच्चे के जन्म के छह वर्ष बाद तक माता और शिशु की पूरी तरह से देखभाल करना और उन्हें कुपोषण से दूर रखना।
- महिलाओं को अपनापन जैसा माहौल प्रदान करना। जिससे वो खुलकर अपनी समस्या बता सकें।
- यदि माता या शिशु को किसी तरह की समस्या होती है। तो नजदीक के सरकारी अस्पताल तक उन्हें पहुंचाना और अस्पताल में नियमित तौर पर उनसे मिलते रहना।
- 3 से 6 साल के बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र में लाकर उन्हें कुशल अनुशासन, बोलने का तरीका और स्कूल से पहले की शिक्षा देना। ताकि उनका मानसिक और बौधिक विकास हो सके।
- महिलाओं को परिवार नियोजन से जुड़े उपाय बताना और उन्हें कम बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करना। जिससे देश की आबादी को नियंत्रित किया जा सके।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कैसे बनें?
यदि आप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के तौर पर काम करना चाहती हैं। तो इसके लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बनने के लिए समय समय पर राज्य सरकार की तरफ से आवेदन फार्म निकाले जाते हैं। इसमें आवेदन करके कोई भी महिला आसानी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर सकती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी सरकारी नौकरी के समान होती है। लेकिन इनकी सुविधाएं और सैलरी उनसे काफी कम होती है।
आंगबाड़ी कार्यकर्ता बनने की योग्यता?
- आंगनबाड़ी में केवल महिलाएं ही नौकरी कर सकती हैं। पुरूषों के लिए आंगनबाड़ी में किसी तरह का कोई पद नहीं होता है।
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बनने के लिए महिला की आयु 21 वर्ष से लेकर 45 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी की महिलाओं को नियमानुसार छूट भी दी जाती है।
- आवेदन करने वाली महिला उस शहर की स्थाई निवासी होनी चाहिए। जहां उसने आवेदन किया है।
- आवेदन कर्ता महिला शादीशुधा होनी चाहिए। बिना शादी हुई महिला आंगनबाड़ी में नौकरी नहीं पा सकती है।
- आवेदनकर्ता महिला को कम से कम 10 वीं पास होनी चाहिए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की चयन प्रक्रिया
यदि हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की चयन की प्रक्रिया की बात करें तो यह हर राज्य की अलग अलग है। लेकिन ज्यादातर राज्यों में इनका चयन योग्यता और साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है। इनमें जिसके ज्यादा नंबर होते हैं। उनका चयन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कर लिया जाता है। आमतौर पर देखा जाता है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के तौर पर आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का क्या काम होता है?
- हर महीने बच्चे का वजन करना और जांच करना की आयु के हिसाब के उनका वजन कम या ज्यादा तो नहीं है।
- इलाके की सभी गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और उनकी देखभाल करना।
- 3 से 6 साल के बच्चों को प्री स्कूल की शिक्षा ग्रहण करने के लिए आंगबाड़ी केन्द्र तक लाने की कोशिश करना।
- नवजात शिशु की देखभाल से जुड़ी महिला को परामर्श देना साथ ही उसके टीकाकरण की जानकारी देना।
- महिला एंव बाल विकास से जुड़ी योजनाओं को महिलाओं और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना। ताकि महिलाओं उन योजनाओं का लाभ ले सकें।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सैलरी?
यदि हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सैलरी की बात करें तो यह पूरी तरह से उस राज्य पर निर्भर करती है जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम कर रही है। लेकिन यदि हम सामान्य सैलरी की बात करें तो यह हर राज्य में 7 हजार से लेकर 11 हजार रूपए के बीच में होती है।
लेकिन हम आपको बता दें कि यह भी एक सरकारी नौकरी है। इसलिए इसका फायदा यही है कि यदि आपका चयन एक बार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में हो जाता है तो आपको सामान्यत: हटाया नहीं जाता है। सिवाय कि जबतक आपके काम में किसी तरह की कोई बड़ी लापरवाही ना मिल जाए। साथ ही आपकी ड्यूटी आमतौर पर आपके जिले में ही लगाई जाती है।
आंगनबाड़ी केन्द्रों का महत्व आज कम क्यों हो रहा है?
यदि हम पिछले कुछ दशक को छोड़ दें तो आज के समय में कोई भी महिला या बच्चा आंगनबाड़ी केन्द्र में नहीं जाना चाहता है। इसकी पहली वजह ये है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का वेतन बहुत कम होता है। इसके अलावा आंगनबाड़ी केन्द्रों में भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि सरकार की तरफ से जो चीजों महिलाओं और बच्चों को देने के लिए आती हैं। उन्हें बीच रास्ते में ही हजम कर दिया जाता है।
लिहाजा आज केवल वही महिलाएं आंगनबाड़ी में जाना पसंद करती हैं। जिनके पास पैसों का अभाव होता है। यदि उनके पास पैसों होते हैं तो वो सीधा अस्पताल में जाती हैं। साथ ही अपने बच्चे को आंगनबाड़ी में ना भेजकर सीधा स्कूल भेजना पसंद करती हैं।
आंगनबाड़ी कहां खोली जाती है?
आंगनबाड़ी केन्द्र आपको ग्रामीण और शहरी दोनों तरह के इलकों में आसानी से देखने को मिल जाएगा।
आंगबाड़ी केन्द्र कितने लोगों पर खोला जाता है?
सामानयत: यह 400 से लेकर 800 की जनसंख्या पर एक या उससे अधिक आंगनबाड़ी केन्द्र खोला जाता है।
आंगनबाड़ी केन्द्र का मुख्य काम क्या होता है?
आंगनबाड़ी केन्द्र का मुख्य काम गर्भवती महिलाओं की देखभाल और 0 से 6 साल तक के बच्चे का टीकाकरण और उनके पोषण का पूरी तरह से ध्यान रखना।
आंगनबाड़ी में नौकरी कैसे मिलती है?
आंगबाड़ी में नौकरी पाने के लिए शादीशुदा दसवीं पास महिलाएं आवेदन करके आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में चयनित हो सकती हैं।
Conclusion
आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि आंगनबाड़ी में क्या-क्या मिलता है, आंगनबाड़ी की सेवाएं और आंगनबाड़ी से मिलने वाले लाभ कौन कौन से हैं। इन सब चीजों को जानने के बाद आप चाहें बतौर महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बनना चाहती हों या उसका लाभ लेना चाहती हों। ये सब आसानी से ले सकती हैं। इसके बाद भी यदि आपका आंगनबाड़ी से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें। हम आपके सवाल का जवाब अवश्य देंगे।