करंट अकाउंट क्या है? | करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान

Current account kya hai fayade aur nukasan: जब भी आप बैंक में खाता खुलवाने गए होंगे तो आपसे बैंक वाले ने हमेशा एक सवाल पूछा होगा कि आप करंट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं या सेविंग अकाउंट। ऐसे में संभव है कि आपको उस समय इसके बारे में ज्‍यादा जानकारी ना हो इसलिए आप सोच में पड़ गए हों।

पर आज आपको करंट अकाउंट क्या है, साथ ही करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्‍या हैं। इससे जुड़ी पूरी जानकारी मालूम हो जाएगी। क्‍योंकि अपने इस लेख में हम आपको करंट अकाउंट से जुड़े हर सवाल का जवाब देने वाले हैं।

करंट अकाउंट क्या है?

आइए सबसे पहले हम आपको जानकारी देते हैं कि करंट अकाउंट क्‍या है। तो हम आपको बता दें कि करंट अकाउंट भी एक तरह से बैंक अकाउंट ही है। लेकिन सेविंग अकाउंट से इस अकाउंट में कुछ ज्‍यादा सुविधाएं दी जाती हैं। जिससे जिन लोगों को रोजाना बैंक से किसी ना किसी तरह का लेन देन करना होता है। वो हमेशा करंट अकाउंट ही खुलवाते हैं।

Saving Account क्‍या होता है?

अब आपके जहन में ये सवाल आ रहा होगा कि बैंक में तो सेविंग अकाउंट भी खुलता है। ऐसे में वो क्‍या होता है। तो हम आपको बता दें सेविंग और करंट अकाउंट एक समान ही होते हैं। बस उनके अंदर दी जाने वाली सुविधाओं में फर्क होता है।

यही वजह है कि आप अपना सेविंग अकाउंट करंट अकाउंट में भी बदलवा सकते हैं। जबकि यदि आप करंट अकाउंट चाहें तो उसे दोबारा से सेविंग अकाउंट में बदलवा सकते हैं। इस प्रक्रिया में आपका खता नंबर वही रहेगा। बस आपको मिलने वाली सेवाओं में अंतर आ जाएगा।

करंट अकाउंट के प्रकार

  • Premium Current Account
  • Standard Current Account
  • Foreign Currency Account
  • Single Column Cash Book

करंट अकाउंट खुलवाने का तरीका

  • सबसे पहले आपको अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड और फोटो के साथ अपनी नजदीकी बैंक शाखा में जाना होगा।
  • वहां से आपको करंट अकाउंट का फार्म लेकर उसे भरकर बैंक में दोबारा से जमा करवाना होगा। साथ ही करंट अकाउंट खुलवाने के लिए न्‍यूनतम राशि देनी होगी।
  • इसके बाद बैंक की तरफ से आपके सभी दस्‍तावेजों का सत्‍यापन किया जाएगा। सही पाए जाने पर आपका खाता खोल दिया जाएगा।
  • लगभग एक सप्‍ताह बाद आप बैंक में दोबारा से जाएं और वहां से अपनी पासबुक, एटीएम और चेक बुक लेकर अपने घर आ सकते हैं। बस आपका अब बैंक में एक करंट अकाउंट खुल गया।

NOTE: हर बैंक के आधार पर करंट अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव संभव है। इसलिए खाता खुलवाने से पहले एक बार बैंक शाखा में अवश्‍य पूछताछ कर लें।

Saving Account को Current Account में कैसे बदलें?

  • इसके लिए आपको अपनी बैंक शाखा में जाना होगा। वहां अपने बैंक की पासबुक को दिखाकर सेविंग अकाउंट को करंट अकाउंट में बदलने का फार्म लेना होगा।
  • इसके बाद उस फार्म को भरकर अपने हस्‍ताक्षर करके दोबारा से बैंक कर्मी को जमा करवाना होगा।
  • इसके बाद बैंक कर्मी की तरफ से देखा जाएगा कि आप करंट अकाउंट खुलवाने के योग्य हैं या नहीं।
  • योग्‍य पाए जाने पर आपका सेविंग अकाउंट करंट अकाउंट में बदल दिया जाएगा। इसके बाद आप उसी अकाउंट के ऊपर करंट अकाउंट की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान

“करंट अकाउंट क्या है?” यह समझने के बाद चलिए अब यह जानते है कि करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्या है।

Current Account के फायदे

  • करंट अकाउंट किसी कंपनी या व्‍यवसायी के लिए सबसे उपयोगी होता है। क्‍योंकि यहाँ लेन देन की कोई सीमा नहीं होती है।
  • इसके अंदर आप अपनी बैंक की किसी भी शाखा से पैसों का लेन देन कर सकते हैं। जबकि सेविंग अकांउट में आपको अपनी Home Branch में ही जाना पड़ता है।
  • करंट अकाउंट में आप कितना भी पैसा रख सकते हैं। जबकि सेविंग बैंक अकाउंट में ज्‍यादा पैसा रखने पर आपको टैक्‍स भी देना पड़ता है।
  • करंट अकाउंट के अंदर आपको ओवर ड्रॉफ्ट (Over Draft) की सुविधा भी दी जाती है।
  • चालू बैंक खाते के मुकाबले आप करंट अकाउंट में ज्‍यादा संख्‍या में लेन देन कर सकते हैं।
  • करंट अकाउंट में पैसा निकालने की कोई भी सीमा नहीं होती है। आप एक बार में कितने भी पैसे निकाल सकते हैं।
  • करंट अकाउंट में आपको RTGS/ NEFT के लिए किसी भी तरह का अलग से भुगतान नहीं करना होता है। यह पूरी तरह से फ्री होता है।
  • इस तरह के खाते में आप तय राशि से कम पैसा नहीं रख सकते हैं। इससे आपका बैंक खाता कभी खाली नहीं रहता है।
  • सेविंग अकाउंट कई बैंक Zero Balance भी खोल देते हैं। लेकिन करंट अकाउंट में हमेशा एक न्‍यूनतम राशि होती है।

Current Account के नुकसान

  • इस अकाउंट में आपको किसी तरह का ब्‍याज नहीं दिया जाता है। जबकि सेविंग अकाउंट में आपको ब्‍याज दिया जाता है।
  • करंट अकाउंट के अंदर आपको एक न्‍यूनतम राशि रखनी जरूरी होती है। ऐसा ना करने पर आपके ऊपर अलग से चार्ज लगाया जाता है।
  • करंट अकाउंट में बैंक की सुविधाओं पर ज्‍यादा सर्विस चार्ज लिया जाता है। जबकि सेविंग अकाउंट में कई सर्विस फ्री भी दी जाती हैं।
  • करंट अकाउंट में आपकी चेक बुक का कुछ हद तक गलत तरीके से भी प्रयोग किया जा सकता है। इ‍सलिए इसमें सावधानी रखनी होती है।

आम लोग कौन सा बैंक खाता खुलवाएं?

यदि आप आम आदमी हैं और आपको महीने में केवल एक दो बार ही बैंक में जाना होता है। तो आपको हमेशा सेविंग बैंक अकाउंट (Saving Account) ही खुलवाना चाहिए। क्‍योंकि इसके अंदर आपको ब्‍याज भी दिया जाता है। साथ ही आपको कई सारी सेवाएं फ्री या नाम मात्र शुल्‍क में ही दी जाती हैं।

लेकिन यदि आप कोई व्‍यवसाय करते हैं और आपको बैंक में लगातार आना जाना होता है। जैसे किसी ने आज नगद पैसे दे दिए तो जमा करवाए। कल किसी को देने के लिए निकलवाए तो आपको बैंक में करंट अकाउंट (Current Account) ही खुलवाना चाहिए। हालां‍कि, यदि आप ऑनलाइन लेन देन करते र्हैं तो आपका काम सेविंग अकाउंट से भी आसानी से चल जाएगा। लेकिन यदि आपका काम कई शहरों में फैला है तो आपको हमेशा करंट अकांउट ही खुलवाना चाहिए। क्‍योंकि इससे आप कहीं भी लेन देन कर सकते हैं।

FAQ

करंट अकाउंट क्या है?

करंट अकाउंट (Current Account) खास तौर पर ऐसे लोगों को ध्‍यान में रखकर डिजाइन किया गया है। जो कि ज्‍यादा संख्‍या में और ज्‍यादा मात्रा में पैसों का लेन देन करने का काम करते हैं।

Current Account किसे खुलवाना चाहिए?

करंट अकाउंट हमेशा कारोबार से जुड़े लोगों को ही खुलवाना चाहिए। यदि इसे आम आदमी खुलवाता है तो उसका कुल मिलाकर नुकसान ही है।

Current Account का नुकसान क्‍या है?

करंट अकाउंट का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि उसके अंदर किसी तरह का ब्‍याज भी नहीं दिया जाता है। साथ ही बैंक की तरफ से दी जाने वाली हर सर्विस पर चार्ज लिया जाता है।

करंट अकाउंट कहां खुलवा सकते हैं?

करंट अकाउंट आप किसी भी बैंक की किसी भी शाखा में आसानी से खुलवा सकते हैं। यह हर शाखा में खोल दिया जाता है।

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Conclusion

आश है कि अब आप समझ गए होंगे कि करंट अकाउंट क्या है साथ ही करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्‍या हैं। इसके बाद आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आपको अपने काम के लिए करंट अकाउंट खुलवाना सही रहेगा या सेविंग अकाउंट। खास बात ये है कि यदि आप जल्‍दबाजी में कोई गलत निर्णय भी ले लेते हैं तो भी आपको घबराने की बजाय सीधा बैंक में जाकर उसे दोबारा से बदलवा भी सकते हैं। ये सुविधा हर बैंक में पूरी तरह से फ्री है।

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