Poultry Farming In Hindi: हमारे देश में ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है। इसकी अनेकों वजहें हैं। लेकिन यदि ग्रामीण इलाके के युवा स्वरोजगार के तरफ आगे बढ़ें तो ग्रामीण इलाके की बेरोजगारी को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ऐसे में यदि आप भी गांव में होने वाला कोई सस्ता स्वरोजगार तलाश रहे हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए।
अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि मुर्गी पालन कैसे करें। मुर्गी पालन में कौन कौन सी चीजें सबसे अहम होती हैं। मुर्गी पालन में कितना मुनाफा हो सकता है। तो चलिए सभी चीजें विस्तार से जानते हैं।
मुर्गी पालन क्या होता है?
मुर्गी पालन कैसे करें इसके बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार आपको जानकारी देते हैं कि मुर्गी पालन किसे कहते हैं। दरअसल, मुर्गी फार्म आपने तब देखे होंगे जब आप कभी शहर के बाहरी इलाकों में गए होंगे। क्योंकि यह काम शहर के अंदर नहीं किया जा सकता है। क्योंकि यह बेहद ही बदबूदार काम होता है।
इसके अंदर लोग अपने फार्म हाउस में मुर्गी को पालते हैं और उससे कमाही करते हैं। इसके अंदर वो दो तरीके से कमाई कर सकते हैं। पहला तरीका ये है कि वो मुर्गी से मिलने वाले अंडे को बेच दें। जबकि दूसरा तरीका मुर्गी को ही बेच दें। इससे उनकी हर सीजन में अच्छी कमाई होती है।
मुर्गी पालन करने के फायदे
- यह एक ऐसा बिजनेस है जिसके अंदर ना तो ज्यादा पढ़ा लिखा होना चाहिए ना ही ज्यादा खर्चा आता है।
- इसे आप अपने खाली खेत या प्लॉट में भी शुरू कर सकते हैं। इसके लिए जगह को कोई खास महत्व नहीं होता है।
- यह एक संभावनाओं भरा बिजनेस है। क्योंकि भारत में जिस तरह से आबादी बढ़ रही है उस हिसाब से मुर्गी फार्म की संख्या बेहद कम है।
- यह एक सदाबहार बिजनेस है। लेकिन सर्दी के मौसम में इस बिजनेस की आमदनी कई गुना बढ़ जाती है।
- इस बिजनेस के अंदर आपको केवल सुबह शाम मुर्गियों को दाना पानी देने की जरूरत पड़ती है। इसके बाद आप दिन में अपना कोई भी दूसरा काम भी कर सकते हैं।
मुर्गी पालन कैसे करें?
आइए अब आपको हम मुर्गी पालन के बारे में पूरी जानकारी देते हैं। इसमें मुर्गी के पालन से लेकर उसके रख रखाव के बारे में और अंत में उससे होने वाली आमदनी का जिक्र करेंगे। इसके बाद आप इस बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते हैं।
मुर्गी पालन की ट्रेनिंग लें
Poultry Farming In Hindi में सबसे पहले आपको मुर्गी पालन के काम को समझना पड़ेगा। क्योंकि यदि आपको इसकी जानकारी नहीं होगी तो आप मुर्गी का पालन नहीं कर सकते हैं। यदि करते भी हैं तो कभी आप फायदे में नहीं जाएंगे।
इसके लिए दो तरीके हैं। पहला तरीका ये है कि समय समय पर जिला प्रशासन की तरफ से मुर्गी पालन के काम को सीखने के लिए ट्रेनिंग आयोजित करवाता है। आप उनमें भाग लेकर मुर्गी पालन को सीख सकते हैं कि मुर्गी पालन का काम कैसे शुरू किया जा सकता है। ये ट्रेनिंग पूरी तरह से फ्री होती है।
जबकि दूसरा तरीका ये है आपके आसपास जो भी मुर्गी फार्म पड़ता हो उसमें कुछ महीने काम कर लीजिए। वहां आप हर चीज अच्छे से सीख जाएंगे कि मुर्गी को खाना दाना कब और कितना देना चाहिए। साथ ही मुर्गी को कब बेचना चाहिए। उसके अंड़े को क्या हिसाब किताब होता है। यहां आप काम के दौरान जो गलतियां करेंगे उसे कभी आगे चलकर दोबारा नहीं करेंगे। इसलिए यदि सही मायने में मुर्गी पालन सीखना है तो इससे बेहतर कोई ट्रेनिंग नहीं हो सकती है।
मुर्गी पालन कैसे करें इसमें सबसे पहला पड़ाव होता है कि आपको मुर्गी फार्म के लिए जगह का चुनाव करना होता है। इसके अंदर आपको जगह का चुनाव इतनी बड़ी का करना चाहिए कि आपकी सभी मुर्गियां आसानी से रह सकें। अंदाजा के तौर पर यदि आप 100 मुर्गी पालते हैं तो उनके लिए 300 फीट तक की जगह होना बेहद जरूरी होती है। इसके बाद आपको उसे जाली दार तरीके से बंद करवा देनी चाहिए। ताकि मुर्गी भाग भी ना सकें और उनको बाहर की हवा भी मिलती रहे। इसके बारे में आप इंटरनेट से देख सकते हैं।
मुर्गी पालन के लिए सबसे सही जगह?
जगह का चुनाव में आपको सबसे अहम बात ये ध्यान रखनी है कि आपको कभी भी शहर के अंदर जगह नहीं लेनी है। कोशिश करनी है कि आपका मुर्गी फार्म शहर के बाहर हो या गांव के इलाके में हो तो सबसे अच्छा। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रामीण इलाके में प्रदूषण और अन्य चीजों की समस्या नहीं रहती है। जिससे मुर्गियों में किसी तरह की बीमारी का खतरा नहीं रहता है। साथ ही वहां आपको जगह भी आसानी से मिल जाती है। जिससे खुली जगह में संक्रमण का खतरा भी नहीं रहता है।
जगह का चुनाव करने के बाद आपको मुर्गी का चुनाव करना होता है। इसके अदंर मुख्यत: तीन तरह की मुर्गी आती हैं। पहला तो ये कि आप उनके केवल अंडे ही बेचकर कमाई करना चाहते हैं। जबकि दूसरे में आप उन मुर्गो को ही बेचना चाहते हैं। इसके अलावा तीसरे तरीके में आप मुर्गी और उनके अंडों यानि दोनों को बेचकर मनाफा कमाना चाहते हैं। आइए इनके प्रकार के बारे में थोड़ा और विस्तार से जानते हैं।
लेयर मुर्गी पालन
यह मुर्गी की एक ऐसी किस्म होती है जो कि सबसे पहले अंडे देना शुरू कर देती है। यह 4 से 5 महीने में अंडे देने लगती है। जबकि एक साल तक अंडे देती है। 16 महीने पर होने तक इसे मीट के लिए बेच दिया जाता है।
ब्रॉयलर मुर्गी
यह मुर्गी बेहद तेजी से बढ़ती हैं साथ ही इनका वजन भी दूसरों से ज्यादा होता है। इसलिए इनका प्रयोग बेचने में किया जाता है। इसे बेचकर अच्छी आमदनी हो जाती है।
देसी मुर्गी
यदि आप मुर्गी और उसके अंडे दोनों का कारोबार करना चाहते हैं तो आपको देसी मुर्गी की नस्ल के साथ जाना चाहिए। इसके अंदर आपको मुर्गी का अंडा भी बेच सकते हैं और मुर्गी भी बेच सकते हैं। क्योंकि यह बेहद तेजी से बढ़ती है और इसका वजन भी ज्यादा होता है। जिससे आपको यह ज्यादा से ज्यादा मुनाफा देगी। इनके अंदर बीमारियां लगने का खतरा भी बेहद कम होता है।
मुर्गी की अन्य प्रमुख नस्लें
- असेल नस्ल
- कड़कनाथ नस्ल
- चिटागोंग नस्ल
- स्वरनाथ नस्ल
- वनराजा नस्ल
मुर्गी के दाना पानी का इंजाम करें
मुर्गी फार्म खोलने के बाद आपको उनके दाना पानी का इंतजाम भी करना होता है। क्योंकि दाना पानी के बिना आपकी मुर्गी का विकास नहीं होगा। इसलिए बाजार से हमेशा पोष्टिक तत्वों से भरपूर दाना ही खरीदें। दाने की मात्रा आप इतनी खरीद लें कि आपके पास जितनी ज्यादा मुर्गियां हैं उनके लिए कम से कम एक महीने आराम से चल जाए। ताकि किसी कारणवंश यदि आप दाना ना भी खरीद पाएं तो समस्या ना हो।
दाना लाकर आप जहां भी रखें कोशिश करें कि वहां किसी तरह से नमी ना आए। अन्यथा इससे संभव है कि आपकी मुर्गियों के अंदर संक्रमण फैल जाए। जिससे आपको परेशानी हो जाए।
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बीमारियों का विशेष ध्यान रखें
मुर्गियों के बीच सबसे ज्यदा खतरा बीमारियों का रहता है। क्योंकि यदि आपकी एक भी मुर्गी के अंदर बीमारी आ गई तो आपकी सारी मुर्गियां बीमार हो जाएंगी। इसलिए जरूरी है कि आपको मुर्गी के अंदर आने वाली ज्यादातर बीमारियों की जानकारी हो। साथ ही आपको उनके लक्षण और उपचार की भी जानकारी हो। ताकि कभी भी आपकी मुर्गियों बीमारी की वजह मौत का शिकार ना हों। आइए मुर्गी की दो प्रमुख बीमारी के बारे में हम आपको जानकारी दे देते हैं।
रानीखेत बीमारी
मुर्गियों के अंदर ये सबसे प्रमुख बीमारी है। इसके अंदर मुर्गी को सांस लेने में समस्या हो जाती है। जिससे उनकी मौत हो जाती है। यह एक संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है। इसकी पहचान ये है कि इसके अंदर मुर्गी अंडा देना बंद कर देती है।
बर्ड फ्लू
यह एक पक्षी से दूसरे पक्षी के अंदर होने वाली बीमारी है। इसके अंदर मुर्गी के सिर और गर्दन में सूजन आ जाती है। साथ ही वो खाना बंद कर देती है। यदि यह संक्रमण एक मुर्गी के हो जाए तो दूसरी मुर्गियों के अंदर भी होने लगता है। इसलिए ये संक्रमण दिखते ही उस मुर्गी को सबसे अलग कर दें।
मुर्गी फार्म का पंजीकरण करवाएं
मुर्गी फार्म खोलने के बाद आपको उसका MSME उधोग के अंदर पंजीकरण भी करवाना होता है। इसका फायदा ये होता है कि यदि सरकार की तरफ से आपको किसी तरह की मदद चाहिए होगी या कभी आगे चलकर लोन लेने की जरूरत पड़ती है। तो आपका पंजीकरण वहां काम आएगा।
साथ ही यदि कभी किसी समय मुर्गियों में कोई बीमारी फैल जाती है और सराकार मुर्गी फार्म संचालकों की मदद करने को आगे आती है। तो यदि आपका पंजीकरण नहीं होगा तो वो मदद आपको नहीं मिलेगी।
मुर्गी फार्म खोलने की लागत?
मुर्गी फार्म खोलने में लागत इस बात पर निर्भर करती है कि आपने कितनी मुर्गी खरीदी हैं और जो मुर्गी खरीदी हैं वो किस किस्म की हैं। इसके अलावा सबसे ज्यादा खर्चा उनके रहने के लिए बनाए गए घर पर आता है। क्योंकि यह काफी बड़ा होता है।
परन्तु यदि हम मानकर चलें कि आपके पास बेहद ही कम पैसा है और आप सभी चीजों को बेहद कम दाम में शुरू करना चाहते हैं। तो भी आपके पास कम से कम 1 से डेढ़ लाख रूपए जरूर होने चाहिए। जिसमें आप मुर्गी पालन का काम शुरू कर सकें। लेकिन यदि आपके पास कम पैसें हैं तो आप इस काम के लिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं। जो कि आज के समय बेहद कम ब्याज पर मिलता है।
मुर्गी पालन के लिए लोन कैसे लें?
क्योंकि मुर्गी पालन का व्यवसाय बेहद की कम लोग करना पसंद करते हैं। इसलिए सरकार अपने स्तर पर चाहती है कि इसे बढ़ावा मिले। इसके लिए वो समय समय पर ट्रेनिंग कार्यक्रम और लोन की सुविधा भी देती है। इसलिए यदि आपके पास पैसे कम पड़ते हैं तो आप सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल करके लोन भी ले सकते हैं। यदि आप इस काम के लिए लोन लेते हैं तो आपका ब्याज या सरकार भरेगी या नाममात्र ब्याज लिया जाएगा।
यहां हम आपको किसी भी सरकारी योजना की जानकारी नहीं दे सकते हैं। क्योंकि यह हर राज्य के हिसाब से अलग अलग होती हैं। इसके अलावा इनमें समय समय पर बदलाव भी होता रहता है। इसलिए इसका सबसे सही तरीका है कि आप अपने जिला प्रशासन से या कृषि विभाग में जाकर जानकारी हासिल करें। वहां आपको वर्तमान में चल रही योजनाओं की जानकारी दे दी जाएगी। जिसके बाद आप लोन के लिए आवेदन कर दें।
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मुर्गी फार्म से आमदनी
यदि हम मुर्गी फार्म से आमदनी की बात करें तो यह बता पाना काफी कठिन है कि आपको कितनी आमदनी होगी। क्योंकि यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आपने किस तरह का काम शुरू किया है और आप उसे कितने बड़े स्तर पर कर रहे हैं। साथ ही मुर्गी के काम में सर्दी के सीजन में कई गुना आमदनी बढ़ जाती है।
लेकिन यदि हम सामान्यत: बात करें तो आप यदि मुर्गी का अंडा बेचते हैं तो आपको लोकल बाजार में 4 से 5 रूपए प्रति अंडे का भाव मिलेगा। इस तरह से आप देख सकते हैं कि आपके पास कितनी मुर्गी होंगी और आप रोजाना कितने अंडे बेच सकते हैं।
जबकि यदि आप मीट के लिए बेचते हैं तो यह दो सौ रूपए किलो से ऊपर जाएगा। लेकिन इस काम में फायदे के आसार सबसे ज्यादा इसलिए हैं क्योंकि इस काम में आपको अपनी जेब से केवल मुर्गी का दाना पानी ही लगाना है। इसके बाद आपको भी आमदनी होगी वो सिर्फ मुनाफा होगा। क्योंकि इस काम में ना तो सजावट का खर्चा होगा, ना ही बिजली और अन्य चीजों का खर्चा होगा।
ध्यान रखने योग्य बातें
- मुर्गी पालन का काम वहीं लोग करें जो कि जानवरों और पशु पक्षियों के बीच रहकर काम कर सकते हों। क्योंकि यह काफी गंदगी वाला काम होता है। इसलिए इसे कम ही लोग करना पसंद करते हैं।
- मुर्गी पालन में सबसे ज्यादा आमदनी सर्दी के मौसम में होती है। क्योंकि सर्दी के मौसम में बाजार में इन चीजों की मांग कई गुना बढ़ जाती है।
- यदि आपको लगता है किे किसी मुर्गी के अंदर किसी तरह की बीमारी आ गई है। तो लापरवाही किए बगैर आप सीधा उसे या तो डॉक्टर से पास ले जाएं या उसे दूसरी मुर्गियों के बीच से अलग कर दें।
- मुर्गियों को बीमारी से बचाने के लिए समय पर उनके लिए तरह तरह की दवाई आदि देते रहना चाहिए। ताकि इनके अंदर किसी तरह का संक्रमण ना फैले।
- जब भी देश के अंदर मुर्गियों से जुड़ी कोई बीमारी फैलती है तो सरकार की तरफ से एडवायजरी जारी की जाती है। इसलिए आप कृषि वैज्ञानिकों आदि को सोशल मीडिया पर जरूर फॉलो करें।
- कई बार संक्रमण के चलते सारी मुर्गियां भी मर जाती हैं या नुकसान हो जाता है। इसलिए इस काम में संक्रमण से निपटना अपने आप में एक चुनौती है।
FAQ
मुर्गी पालन क्या होता है?
इसके अंदर मुर्गी का पालन किया जाता है और उसके बाद उनके अंडे या उन्हें बेचकर कमाई की जाती है।
मुर्गी पालन कौन कर सकता है?
इसे हर वो इंसान कर सकता है जो पशु पक्षियों के बीच रहकर काम कर सकता है।
मुर्गी फार्म कहां खोलना सही रहता है?
मुर्गी फार्म आप शहर से बाहर या गांव के खेत की तरफ खोल सकते हैं।
मुर्गी फार्म खोलने की लागत कितनी आती है?
मुर्गी फार्म का काम कम से कम स्तर पर करने के लिए भी आपको 1 लाख रूपए अवश्य लगाने होंगे।
मुर्गी फार्म से आमदनी के प्रमुख तरीके?
अंडे को बेच सकते हैं इसके अलावा मुर्गी या मुर्गे को बेचकर कमा सकते हैं।
मुर्गी पालन में सबसे जरूरी बात?
आप अपनी मुर्गियों को किसी तरह के संक्रमण से बचाकर रखें।
Conclusion
आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि मुर्गी पालन कैसे करें। इससे जानने के बाद आप इसे अपने खेत में या अपने शहर से बाहर जगह लेकर शुरू कर सकते हैं। ग्रामीण युवाओं के लिए यह सबसे बेहतर और फायदे का बिजनेस है। क्योंकि दूसरे बिजनेस शुरू करने में पढ़ा लिखा होने के साथ कई लाख रूपए की लागत आती है। जो कि अक्सर बेरोजगार युवा नहीं जुटा पाते हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद भी आपके जहन में कोई सवाल ऐसा है जिसका जवाब नहीं मिला तो आप अपना सवाल हमें नीचे कमेंट करें। हम आपके सवाल का जवाब अवश्य देंगे।