ब्रोकर किसे कहते हैं? | Stock Broker meaning in Hindi

Stock Broker meaning in Hindi: स्‍टॉक मार्केट में पैसा लगाने वाले लोगों का सामना ब्रोकर शब्‍द से कई बार हुआ होगा। लेकिन स्‍टॉक मार्केट की समझ हमारे देश में बेहद ही कम लोगों को है। ऐसे में समझा जा सकता है कि ब्रोकर का बहुत से लोगों को आज भी सही मतलब ही ना पता हो।

अगर आपके साथ भी ये समस्‍या है कि ब्रोकर किसे कहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें। अपने इस लेख में हम आपको ब्रोकर किसे कहते हैं से जुड़ी सारी जानकारी साझा करेंगे। साथ ही भारत में मशहूर ब्रोकर कौन कौन से हैं। इसकी जानकारी साझा करेंगे।

ब्रोकर किसे कहते हैं?

आइए सबसे पहले हम आपको जानकारी देते हैं कि ब्रोकर किसे कहते हैं। इसे आसान भाषा में इस तरह से समझ सकते हैं ब्रोकर का काम किसी ग्राहक को किसी कंपनी से जोड़ना होता है। ब्रोकर वो चीज उपलब्‍ध करवाता है जिससे आप सीधा कंपनी से जुडकर अपनी जरूरत पूरी कर सकते हैं।

उदाहरण

ब्रोकर का सबसे अच्‍छा उदाहरण आपके आसपास मौजूद किरयाणे की दुकान है। इसमें यदि आप कभी दुकान पर कोई सामान लेने गए होंगे तो दुकानदार ने आपको हर कंपनी का सामान दिखा दिया होगा। इसके बाद तय आपको करना है कि आप कौन सी कंपनी का सामान लेना चाहते है।

जैसे कि आपने वहां से दूध खरीदा और दूध में मिलावट मिलती है तो आप केस दुकान वाले पर ना करके दूध बेचने वाली कंपनी पर करेंगे। क्‍योंकि दुकानदार तो सिर्फ ब्रोकर के रूप में था। इस तरह से शेयर बाजार में भी अनेकों ब्रोकर मौजूद हैं। आप उनसे किसी भी कंपनी का शेयर खरीद या बेच सकते हैं।

ब्रोकर किसे कहते हैं

भारत के मशहूर शेयर ब्रोकर

  • ICICI Direct
  • Angel One
  • Upstox
  • Zerodha
  • Sharekhan
  • HDFC Securities
  • Wisdom Capital
  • Kotak Securities
  • Motilal Oswal
  • SBI Cap Securities

ब्रोकर, डीलर और एजेंट में अतर

अब आपने जान लिया कि ब्रोकर किसे कहते हैं। आइए इसके बाद हम आपको ब्रोकर, डीलर और एजेंट में अंतर के बारे में जानकारी साझा करते हैं। ताकि आप इनके बीच में अंतर को अच्‍छे से समझ सकें।

ब्रोकर

जैसा कि हमने आपको बताया कि ब्रोकर वो इंसान या वो तकनीक होती है जो कि आपको कंपनी से जोड़ने का काम करती है। उसका कंपनी की सेवाओं या अन्‍य चीजों से कोई लेना देना नहीं होता है। बस जब भी कोई ग्राहक उसकी चीज मांगता है तो उसे दे देता है। जबकि कोई बेचता है तो उसे कंपनी के हवाले कर देता है।

डीलर

डीलर का काम किसी भी कंपनी या अन्य चीज को खरीद कर अपने पास रख लेना होता है। इसके बाद जरूरत के हिसाब से वो ग्राहक की तलाश करता है और उसे बेच देता है। इसे आप अपने आसपास प्रॉपट्री डीलर के रूप में देख सकते हैं।

प्रॉपट्री डीलर हमेशा सस्‍ते दाम में जमीन खरीदकर रख लेता है। इसके बाद जैसे ही उसके दाम बढ़ते हैं वो उसे बेच देता है। डीलर के काम में ग्राहक का कंपनी से ज्‍यादा उसके ऊपर भरोसा होता है।

एजेंट

यदि हम एजेंट की बात करें तो एजेंट हमेशा कंपनी का होता है। इसका चयन कंपनी करती है और इसका काम होता है कि कंपनी की सेवाओं को लोगों को जानकारी देना। जैसे आपने LIC के एजेंट देखे होंगे। इनका काम होता है कि कंपनी की स्‍कीम की जानकारी लोगों को देना और यदि कोई बीमा करवाता है तो उसे अच्‍छी से अच्‍छी पॉलिसी बताना।

एजेंट का ज्‍यादातर समय कंपनी से कमीशन फिक्‍स होता है। साथ ही कई बार कंपनी एजेंट को सैलरी भी देने का काम करती है। लेकिन एजेंट के काम में ग्राहक का सीधा संबध कंपनी से होता है। यदि आगे चलकर वो एजेंट कंपनी से अलग हो जाता है। तो ग्राहक दूसरे एजेंट से या सीधा कंपनी में भी जा सकता है।

FAQ

ब्रोकर का मतलब क्या होता है?

ब्रोकर एक तरह से बड़ी बड़ी कंपनी की सेवाएं ग्राहक को घर बैठे दिलवाने का काम करता है। यह ऑॅनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्‍यम में मिलते हैं।

ब्रोकर का काम क्या होता है?

ब्रोकर का काम ग्राहक से उसकी जरूरत पूछना और कंपनी की सेवाएं उसके सामने रखना। इसके बाद उसे जो भी पसंद आए ले सकता है।

ब्रोकर कितने प्रकार के होते हैं?

ब्रोकर मुख्‍यत: दो ही प्रकार के होते हैं। जिसमें पहला प्रकार ऑफलाइन ब्रोकर होते हैं। जबकि दूसरे में इंटरनेट पर मिलने वाले ब्रोकर का नाम आता है।

भारत में कितने शेयर ब्रोकर हैं?

वर्तमान में नैशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज (NSE) के पास कुल 279 शेयर ब्रोकर रजिस्‍टर हैं। लेकिन हैरानी की बात ये है कि 75 प्रतिशत शेयर केवल Top 20 ब्रोकर के पास ही हैं।

भारत में नंबर 1 ब्रोकर कौन है?

भारत का नंबर 1 शेयर ब्रोकर Zerodha और Angel one है। यह एक एप्‍लीकेशन है। जिसे आप प्‍ले स्‍टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

ब्रोकर और ट्रेडर में क्या अंतर है?

ब्रोकर हमेशा स्‍टॉक एक्‍सचेंज और ग्राहक के बीच मध्‍यस्‍थता करने का काम करता है। जबकि एक ट्रेडर व्‍यापारी की भूमिका में होता है। जो कि हमेशा अपना और ग्राहकों के‍ हित में फैसले लेकर काम करता है।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि ब्रोकर किसे कहते हैं। साथ ही उससे जुड़ी कई दूसरी चीजें भी समझ गए होंगे। इसके बाद जब भी कभी आपके सामने ब्रोकर से जुड़ी चीजें आएंगी तो आप उनमें तुरंत अंतर स्‍पष्‍ट कर सकेंगे। यदि आपका अब भी ब्रोकर किसे कहते हैं से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें। हम आपके सवाल का जवाब अवश्‍य देंगे।

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